Rabies
रेबीज क्या हैं – रैबीज वायरस पशुओं में मौजूद होता है, जो काटने पर इंसानों में चले जाते हैं। यदि रैबीज के संपर्क में आने के तुरंत बाद वैक्सीन लगवा ली जाए, तो इससे बचाव संभव है। एक बार लक्षण शुरू होने पर यह घातक हो जाता है। जो इंसानों और जानवरों में मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड में सूजन का कारण बनता है। एक बार रेबीज आपके मस्तिष्क में पहुंच जाए तो इसका कोई इलाज नहीं है क्योंकि यह आपके रक्त-मस्तिष्क अवरोध द्वारा सुरक्षित रहता है । आपका रक्त-मस्तिष्क अवरोध आपके मस्तिष्क और आपके सिर में रक्त वाहिकाओं के बीच एक परत है।
रेबीज के लक्षण: रेबीज़ लक्षण उस समय होते हैं, जब रेबीज़ वायरस दिमाग या स्पाइनल कॉर्ड में पहुंच जाता है, आमतौर पर जब व्यक्ति को काटा जाता है, तो बुखार, सिरदर्द, जी मिचलाना, उल्टी करना, घबराहट, एंग्जाइटी, इलूजन, निगलने में कठिनाई, अत्यधिक लार निकलना, डर, अनिद्रा, आंशिक पक्षाघात इसके लक्षण हो सकते हैं। इसलिए रैबीज के लक्षण नजर आने से पहले मरीज और उसके परिजनों को घटना के बारे में जागरुक रहना चाहिए।
डॉग को वैक्सीन कराएं: ज़्यादातर जगहों में आपको आपके डॉग को रैबीज (rabies) के लिए वैक्सीन कराए जाने की जरूरत होती है। अगर आपके एरिया में कानूनी रूप से ऐसा कराने की जरूरत नहीं भी है, तो भी अच्छा होगा कि आप आपके पैट को (और आपको भी) इस जानलेवा बीमारी से बचाए रखने के लिए इस वैक्सीन को करा लें।
इलाज कैसे करें: एक मरीज को अगर कुत्ता या बंदर काट लेता है या खरोंच दिया है तो तुरंत हेल्थकेयर एक्सपर्ट से मिलना चाहिए। वे घाव की जांच करेंगे और यह निर्धारित करेंगे कि इलाज की आवश्यकता है या नहीं। निदान के लिए रैबीज टेस्ट किया जाता है।